सक्षम परपोषी पुनर्योगज DNA के साथ रूपांतरण हेतु DNA जल परागण अणु है। यही कारण है कि यह कोशिका झिल्ली से होकर पार नहीं हो सकता है। बैक्टीरिया को प्लाज्मिड लेने के लिए बाध्य करने से पूर्व जीवाणु कोशिका को DNA लेने के लिए सक्षम बनाना होगा।
इसके लिए कोशिका को द्विसंयोजन धनायन के साथ संसाधित किया जाता है। इससे जीवाणु की कोशिकाभित्ति में स्थित छिद्रों से प्रवेश करने में सहायता मिलती है। इस कार्य के लिए जीवाणु कोशिका को कैल्शियम की विशिष्ट सांद्रता के साथ संसाधित किया जाता है।