जीवद्रव्य संवर्धन (Jeev Dravya Samvardhan) : दो कायिक या सोमैटिक कोशिकाओं के युग्मन से जो संकर या हाइब्रिड बनता है उसे जीवद्रव्य संवर्धन कहा जाता है।
पौधों की कोशिकाओं से जब कोशिका भित्ति को अलग कर दिया जाता है तब उस नग्न कोशिका को जीवद्रव्यक या प्रोटोप्लास्ट कहते हैं।
प्रोटोप्लास्ट दो प्रकार से प्राप्त किए जा सकते हैं, जो निम्नांकित हैं—
- यांत्रिक विधि द्वारा जिसमें कोशिका भित्ति को तेज ब्लेड से काटकर अलग किया जाता है और
- एंजाइमी विधि द्वारा जिसमें कोशिका भित्ति को एंजाइम की मदद से गला दिया जाता है। प्रोटोप्लास्ट मुख्यतया पत्ती की कोशिकाओं से प्राप्त किया जाता है।