स्वच्छंद उद्योग (foot loose industry) उस हल्के उद्योग को कहा जाता है जो अवस्थिति का चुनाव करने में अपेक्षाकृत स्वतंत्र होते हैं और परंपरागत कारकों पर आधारित नहीं होते हैं।
ये व्यापक विविधता वाले स्थानों में स्थित होते हैं। ये किसी विशिष्ट कच्चे-माल पर निर्भर नहीं रहते हैं, बल्कि संघटक पुरजों (components) पर निर्भर रहते हैं जो कहीं से भी प्राप्त किए जा सकते हैं।
इसमें उत्पादन कम मात्रा में होता है एवं श्रमिकों की भी कम आवश्यकता होती है। सामान्यत: ये उद्योग प्रदूषण नहीं फैलाते, अत: इन्हें आवासीय क्षेत्र के निकट लगाया जा सकता है।
ऊर्जा की आवश्यकता सामान्यतः बिजली के रूप में राष्ट्रीय ग्रिड से पूरी होती है। अंतिम उत्पाद छोटा होता है और आसानी से परिवहन के योग्य होता है। इसकी अवस्थिति सड़क मार्गों के निकट होना आवश्यक है।