बाजारी सब्जी कृषि में अधिक मुद्रा मिलने वाली सब्जियों के अतिरिक्त फल और फूल की खेती होती है। इसमें गहन श्रम एवं अधिक पूँजी लगती है तथा इन्हें खराब होने से बचाने के लिए शीघ्र बाजार में पहुँचाया जाता है।
इनकी माँग नगरीय केन्द्रों में अधिक है, जहाँ ऊँची आय वाले उपभोक्ता रहते हैं। नगरों में इन्हें शीघ्र पहुँचाने के लिए इनकी खेती नगरीय क्षेत्रों के समीप की जाती हैं।