अपरंपरागत ऊर्जा के स्रोत के रूप में सौर ऊर्जा (Solar energy) कोयला, पेट्रोलियम और नाभिकीय ऊर्जा से अधिक लाभप्रद और प्रभावी है। भारत एक उष्ण कटिबंधीय देश है, जहाँ सूर्य का प्रकाश तीव्र रहता है।
अतः भारत में सौर ऊर्जा के विकास की असीम संभावनाएँ हैं। यहाँ प्रतिवर्ग किमी० क्षेत्र में 20 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन की संभावना है।
गुजरात में भुज के निकट इसका सबसे बड़ा प्लांट लगाया गया है। राजस्थान में भी इसके विकास की संभावना है।
भारत में घरेलू उपयोग के लिए इसका प्रयोग हो रहा है। लद्दाख और उत्तरी पूर्वी राज्यों में भी यह विकसित हो रहा है।