सन् 1974 ई० में सबसे बड़ी और राष्ट्रव्यापी हड़ताल हुई। रेलवे कर्मचारियों के संघर्ष से संबंधित राष्ट्रीय समन्वय समिति ने जॉर्ज फर्नांडिस के नेतृत्व में रेलवे कर्मचारियों की एक राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया।
बोनस और सेवा से जुड़ी शर्तों के संबंध में अपनी माँग को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के लिए हड़ताल का यह आह्वान किया गया था।
सरकार और हड़ताल की समाप्ति (Government and end of strike)— केंद्रीय सरकार ने इस हड़ताल को अवैधानिक करार दिया। सरकार ने हड़ताली कर्मचारियों की माँगों को मानने से इनकार कर दिया।
उसने कई नेताओं को गिरफ्तार किया और रेल लाइनों की सुरक्षा में सेना को तैनात कर दिया। ऐसे में 20 दिन के बाद यह हड़ताल बगैर किसी समझौते के वापस ले ली गई।