द्वितीय विश्वयुद्ध (Second World War) के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका तथा सोवियत संघ दो महाशक्तियों रूप में उभरें।
अमेरिका उदारवादी का समर्थक था तथा सोवियत संघ समाजवादी का पक्षधर दोनों ने अपनी शक्ति बढ़ाई।
दुनिया के अधिकाधिक देश किसी एक महाशक्ति के शिविर आ गए। दोनों के बीच खुला मुकाबला चल पड़ा क्योंकि वे एक दूसरे के प्रति द्वन्द्वी थे।
अंततः सन् 199 ई० में सोवियत संघ के विघटन के साथ ही दो ध्रुवीयता भी चली गई और मात्र अमेरिकी प्रभुत्व स्थापित रह गया।