अंग्रेज भारतीयों से अपमानपूर्ण व्यवहार करते थे। कानून के समक्ष भी भारतीयों को नीचा समझा जाता था।
अंग्रेजों द्वारा भारतीय रीति-रिवाजों पर किए जानेवाले आघात से भारतीयों में असंतोष फैलने लगा।
धर्मपरिवर्तित लोगों को सरकारी नौकरी देने तथा पैतृक संपति में अधि कार देने की नीति, सती प्रथा के उन्मूलन, विधवा विवाह को कानूनी मान्यता देने से भारतीयों के दिल में यह बात बैठ गयी की अंग्रेज उनकी परंपरा को नष्ट कर ईसाई धर्म का प्रचार करना चाहते हैं। अतः भारतीये अंग्रेजों को अपना शत्रु समझने लगे।