स्वराज्य पार्टी (Swaraj Party) चितरंजनदास और मोतीलाल नेहरू ने 1 जनवरी, 1923 ई० को इलाहाबाद में की थी।
स्वराज्य पार्टी (Swaraj Party) की स्थापना के निम्नलिखित कारण थे—
- स्वराज्य प्राप्त करने के लिए रचनात्मक कार्यक्रम पर्याप्त नहीं थे। इसके लिए संघर्षपूर्ण नवीन कार्यक्रम को अपनाया जाना आवश्यक था।
- खिलाफत आंदोलन के पश्चात् ऐसे आंदोलन की आवश्यकता थी कि जिसमें मुसलमानों को आकृष्ट किया जा सके।
- स्वराज्यवादी परिषदों के चुनाव में भाग लेकर इसे अंदर से पंगु बना देना चाहती थी।