प्रथम यूरोपियन (स्वप्नदर्शी) समाजवादी जिसने समाजवादी विचारधारा के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, एक फ्रांसीसी विचारक सेंट साइमन था।
उसका मानना था, कि राज्य एवं समाज को इस ढंग से संगठित करना चाहिए कि लोग एक-दूसरे का शोषण करने के बदले मिल-जुलकर प्रकृति का दोहन करें।
समाज को निर्धन वर्ग के भौतिक एवं नैतिक उत्थान के लिए कार्य करना चाहिए।
उसने घोषित किया "प्रत्येक को उसकी क्षमता के अनुसार तथा प्रत्येक को उसके कार्य के अनुसार अवसर मिलना चाहिए"।
आगे चलकर यही समाजवाद का नारा बन गया।
एक अन्य महत्वपूर्ण यूरोपियन विचारक चार्ल्स फोरियर था। वह आधुनिक औद्योगिकवाद का विरोधी था तथा उसका मानना था, कि श्रमिक को छोटे नगर अथवा कस्बों में काम करना चाहिए। उसने किसानों के लिए फ्लाांग्स बनाये जाने की योजना रखी।