राजनीतिक दलों की जनता में व्यापक पहुंच होती है।ये सरकार में भी सहयोगी या विरोधी की भूमिका में होते हैं। इस रूप में ये सरकार और जनता के बीच कड़ी का काम करते हैं।
जनता की इच्छा और भावना से सरकार को अवगत कराकर और सरकार के कार्यों की जानकारी जनता तक पहुंचाकर ये सरकार के प्रति जन-समर्थन और सहयोग सुनिश्चित करते हैं।
इससे राजनीतिक स्थिरता आती है और सरकार प्रभावशाली होती है, जो किसी भी देश के विकास के लिए आवश्यक है।
राजनीतिक दल विकास की नीति के प्रति समर्थन और सहयोग तथा प्राथमिकताओं पर सहमति और विरोध में सामंजस्य स्थापित करते हैं। जनता में जागरूकता, एकता, विकास की चेतना उत्पन्न करना राजनीतिक दलों का दायित्व होता है।
ये भारत जैसे देश में विविधताओं के बीच सामंजस्य स्थापित कर तथा विकास की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षण देकर राष्ट्रीय विकास (National Development) में अपना योगदान करते हैं।