बिहार के आर्थिक पिछड़ेपन के कई कारण हैं।बिहार में अत्यधिक जनसंख्या वृद्धि एक बहुत बड़ी कारण बनी हुई है।
बिहार में जनसंख्या काफी तेजी से बढ़ रही है। जिसके कारण विकास के लिए संसाधनों की कमी होती जा रही है।
बिहार आधारिक संरचना में भी पिछड़ा हुआ है। यहां राज्य के विकास के लिए आधारिक संरचना का बहुत अभाव है।
शिक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधाएं भी कमजोर हैं। यहां 70% जनसंख्या कृषि से अपना जीवन निर्वहन करते हैं, परंतु यहां की कृषि व्यवस्था भी बंजर है।
बिहार की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से कृषि पर आधारित है। बिहार के उत्तरी क्षेत्र यानी उत्तर बिहार में प्रत्येक वर्ष बाढ़ आता है। जिसके कारण फसलों को काफी क्षति होती हैं, वहीं दूसरी और दक्षिणी बिहार में सुखाड़ की स्थिति बनी रहती है।
बिहार सभी राज्यों में सबसे गरीब राज्य हैं, क्योंकि यहां की व्यक्तियों के प्रति व्यक्ति आय (Per Capita Income) बहुत कम है।
किसी भी देश या राज्य के लिए शांति और सुव्यवस्था जरूरी होती है, लेकिन बिहार की कानून व्यवस्था की स्थिति काफी कमजोर है।