मानव जाति द्वारा वन संपदा की अंधाधुंध कटाई, पालतू पशुओं द्वारा अनियंत्रित चारण एवं विविध तरीकों से वन संपदा का दोहन बिहार में वन विनाश के मुख्य कारक हैं।
प्रशासनिक एवं व्यापारिक उद्देश्यों से रेल मार्गों व सड़कों के विकास ने भी वन संपदा को क्षति पहुंचाई है।
इसके अतिरिक्त तेजी से जारी खनन कार्य एवं कृषिगत भूमि का विकास भी वनों के विनाश का कारक है।