योजना आयोग ने कैलोरी मापदंड के आधार पर गरीबी की परिभाषा निम्नलिखित रूप में दी है|
ग्रामीण क्षेत्रों में 2400 कैलोरी प्रति व्यक्ति प्रतिदिन तथा शहरी क्षेत्रों में 2100 कैलोरी प्रति व्यक्ति प्रतिदिन निर्धारित किया गया है।
चूँकि ग्रामीण क्षेत्र में रहनेवाले अधिक लोग गरीब और अधिक श्रम करनेवाले होते हैं।