भौगोलिक खोजों का परिणाम काफी दूरगामी और महत्वपूर्ण साबित हुए। इन खोजों ने खोजकर्ता देशों के जन-जीवन को गहन रूप से प्रभावित किया। इसका प्रभाव उन देशों के जन-जीवन पर भी पड़ा जिन देशों का पता लगाया गया। भौगोलिक खोजों के परिणाम निम्नरूपेण स्पष्ट किये जा सकते है।
(i) भौगोलिक खोजों के परिणामस्वरूप अमेरिका, कनाडा, फिलिपाइन द्वीप-समूह, प्रशान्त महासागर तथा भारत के लिए एक नए समुद्री मार्ग को खोज निकाला गया। फलस्वरूप विश्व के बहुत से देश) एक-दूसरे को जानने लगे। टूर स्थित स्थान जैसे – अमरीका, कनाडा, भारत, फिलिपाइन द्वीपसमूह, वेस्टइण्डीज और अलग-थलग आस्ट्रेलियन देश जाने-पहचाने हो गए।
(ii) इससे लोगों के ज्ञान में वृद्धि हुई। विभिन्न देशों के लोगों के स्वभाव, व्यापारिक गतिविधियाँ, संस्कृति एवं वैज्ञानिक उपलब्धियों के बारे में जानकारी मिली।
(iii) भौगोलिक खोजों के परिणामस्वरूप बहुत-सी भ्रांतियाँ, अन्धविश्वास आदि समाप्त हो गए और लौग अज्ञानता रूपी अन्धकार से बाहर आ गए। साथ ही आधुनिक युग की ओर बढ़ने लगे।
(iv) भौगोलिक खोजों ने उपनिवेशवाद को बढ़ावा दिया। बंजर एवं उजाड़ क्षेत्र जिनमें आस्ट्रेलिया, अफ्रीका जैसे क्षेत्र थे उनका विकास अन्य देशों की भाँति होने लगा।