शरीर से अवशिष्ट पदार्थों को बाहर निकालना ही उत्सर्जन (Emission) कहलाता है।
मानव में उत्सर्जन तंत्र एक जोड़ा वृक्क, एक मूत्र वाहिनी, एक मूत्राशय तथा एक मूत्र मार्ग होता है। वृक्क, उदर में शरीर के हड्डी के दोनों ओर स्थित होते हैं।
वृक्क में मूत्र बनने के बाद मूत्र वाहिनी से होता हुआ मूत्राशय में आ जाता है, तथा यहां तब तक एकत्र आता है; जब तक मूत्र मार्ग के आगे से यह निकल नहीं जाता है।