जर्मनी का एकीकरण (Germany Ka Ekikaran) : 19वीं सदी के मध्य में राष्ट्रवादी भावनाएं जर्मनी के मध्यवर्गीय लोगों में उभरी। जर्मनी उस दौरान कई छोटे राज्यों में विभाजित था।
इसलिए 1848 ई० में जर्मन महासंघ के विभिन्न क्षेत्रों को जोड़कर एक निर्वाचित संसद द्वारा शासित राष्ट्र-राज्य बनाने का प्रयास किया गया।
1861 ई० में प्रसा का राजा विल्हेम ने 20 मार्च को अपना प्रधानमंत्री नियुक्त किया। प्रधानमंत्री बनने के उपरांत बिस्मार्क ने जर्मनी के एकीकरण के लिए प्रयास तेज कर दिया।
जर्मनी के एकीकरण में सबसे बड़ा बाधक ऑस्ट्रिया था। बिस्मार्क ने प्रसा की सेना और नौकरशाहो की मदद ली।
7 वर्ष के दौरान ऑस्ट्रिया, डेनमार्क और फ्रांस से 3 युद्धों में प्रसा की जीत हुई और इस तरह जर्मनी एकीकरण की प्रक्रिया पूरी हुई।
जनवरी 1871 ई० में वर्साय में हुए एक समारोह में प्रसा के राजा विलियम प्रथम को जर्मनी का सम्राट घोषित किया गया। मार्च 1871 को नया संविधान घोषित किया गया।
जिसमें जर्मनी, ऑस्ट्रिया को छोड़कर दक्षिणी जर्मनी के समस्त राज्य जर्मनी में मिला लिए गए। इस प्रकार जर्मनी ने संघीय राज्य का रूप धारण कर लिया।