गौतम बुद्ध का परिनिर्वाण कुशीनगर स्थान पर हुआ। बुद्ध की मृत्यु 80 वर्ष की उम्र में कुशीनगर (देवरिया, उत्तरप्रदेश) में चुंद द्वारा अर्पित भोजन करने के बाद हो गई जिसे बौद्ध धर्म में महापरिनिर्वाण कहा गया है।
एक अनुश्रुति के अनुसार मृत्यु के बाद बुद्ध के शरीर के अवशेषों को आठ भागों में बांटकर उन पर आठ सपूतों का निर्माण कराया गया।