अमीबा में पोषण (Nutrition in Ameba) : अमीबा एक सरल प्राणीसमपोषि जीव है। जिसका शरीर एक कोशिका से बना होता हैं तथा इनका आकार अनिश्चित होता है।
यह प्रायः मृदु जल में पाए जाते हैं। जिनके शरीर में अनेकों छोटे-छोटे उभाड़ बनते और बिगड़ते रहते हैं, जिसे कूटपात कहा जाता है। कूटपात के द्वारा ही यह एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाते हैं।
अमीबा में पोषण प्रमुख तीन (3) चरणों में संपन्न होता है जो निम्नलिखित हैं :
1. अंतर्ग्रहण : सभी अमीबा अपना भोजन पादभ के माध्यम से भोजन के रूप में कार्बनिक पदार्थों को ग्रहण करते हैं, इसी क्रिया को अंतर्ग्रहण कहा जाता हैं।
2. पाचन : अमीबा में भोजन के अंतर्ग्रहण के बाद भोजन रसधानी का निर्माण होता है। जिसमें उस भोजन का संपूर्ण पाचन होता है, यही क्रिया अमीबा में पाचन कहलाती है।
3. बहिष्करण : अमीबा में भोजन रसधानी से अपचे भोजन का शरीर से बाहर निकलने की क्रिया ही बहिष्करण कहलाता है।