केंद्राभिमुख या अभिकेंद्रीय बल : जब कोई वस्तु किसी वृता मार्ग पर चलती है तो उस पर एक बाल-वृत के केंद्र की कार्य करता है। इसका उदाहरण है लट्टू को घुमाना।
अपकेन्द्री बल : वह बल जिसके कारण किसी गतिशील वस्तु में केंद्र से दूर भागने की प्रवृति होती है।
यह वो आभासी बल होता है जो अभिकेंद्रीय बल के समान तथा विपरीत दिशा में कार्य करता है।