इसमें नाइक्रोम(Nichrome) के तार की बनी हुई कुंडलियां होती है। नाइक्रोम निकेल,लोहा और क्रोमियम धातुओं से बनी एक मिश्रधातु है।
इसका विशिष्ट प्रतिरोध और गलनांक बहुत अधिक होता है।
इसके दोनों सिरों को किसी विद्युत स्रोत में लगे प्लग क्रमशः ऋण और धन दोनों से स्पर्श कर दिया जाता है। कुंडली से होकर धारा प्रवाहित होने से कुंडली काफी गर्म होकर लाल हो जाती है जो चूल्हे की तरह काम करती है।