जिंक के सल्फाइड अयस्क (ZnS) एवं कार्बोनेट अयस्क (ZnCO3) के भर्जन एवं निस्तापन क्रिया के फलस्वरुप निम्न अभिक्रिया होती है।
2ZnS + 3O2 → 2ZnO + 2SO2
ZnCO3 →ZnO + CO2
इसके पश्चात ZnO को कार्बन द्वारा अपचयित कर जस्ता धातु (Zinc) प्राप्त किया जाता है।
ZnO + C → Zn + CO2