वायु प्रदूषण (Air Pollution) : वायु के कारण होने वाले प्रदूषण को वायु प्रदूषण कहते हैं।
वायु मनुष्य, जंतुओं एवं पेड़-पौधों के लिए अनिवार्य है। वायुमंडल में मौजूद गैस एक निश्चित परिमाण और अनुपात में होते हैं।
जब वायु में अवांछित तत्व मिल जाते हैं, तब उनका मौलिक संतुलन नष्ट हो जाता है, जो सभी जीवधारियों के लिए घातक होता है।
दूसरे शब्दों में कहें तो, वायु के दूषित होने की प्रक्रिया को ही वायु प्रदूषण कहते हैं।
वायु प्रदूषण के कारण मनुष्य के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इससे मनुष्य को त्वचा रोग (Skin Disease) , मुहांसे और सांस-संबंधी रोग हो जाते हैं।
वायु प्रदूषण रोकने के उपाय (Vayu Pradushan Rokane Ke Upay) :
वायु प्रदूषण रोकने के लिए उन समस्त साधनों की जो वायु प्रदूषण के लिए उत्तरदाई है , को नियंत्रित किया जाना चाहिए, ताकि वायु प्रदूषण कुछ सीमा तक नियंत्रित हो सके।
फिर काफी संख्या में पेड़-पौधे लगाए जाए। कल-कारखानों को रिहायशी आबादी से दूर होना चाहिए और उनकी चिमनियों से निकलने वाले धुएं को साफ करने के लिए विशेष प्रकार के फिल्टर का प्रयोग किया करना चाहिए।
पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) से चलने वाले वाहनों का प्रयोग यथासंभव कम करना चाहिए। कूड़ा-करकट आदि को मकान के सामने सड़क या नाली में ना फेंककर उन्हें आबादी से दूर किसी गड्ढे में फेंकना चाहिए ताकि उस से निकलने वाले दूषित वायु (Polluted Air) से वायु प्रदूषण कम हो।