ईसा से लगभग 600 वर्ष पूर्व यूनानी दार्शनिक थेल्स ने देखा कि ऐम्बर (Amber) नामक पदार्थ को ऊन से रगड़ने पर उसमें हल्की वस्तुओं जैसे - कागज के टुकड़े, हल्के पंख, धूल के कणों आदि को अपनी ओर आकर्षित करने का गुण उत्पन्न हो जाता है।
ईसा बाद सोलहवीं शताब्दी में इंग्लैंड के चिकित्सक डॉ. विलियम गिल्बर्ट ने प्रयोगों द्वारा पता लगाया कि ऐम्बर की भाँति ही अनेक अन्य पदार्थों जैसे - काँच, एबोनाइट (आबनूस), गंधक आदि को भी रगड़े जाने पर उनमें हल्की वस्तुओं को आकर्षित करने का गुण आ जाता है।
सन् 1646 ई० में सर थॉमस ब्राउन ने उस ऊर्जा को जिसके कारण पदार्थों में हल्की वस्तुओं को आकर्षित करने का गुण आ जाता है; इलैक्ट्रिसिटी (Electricity) नाम दिया जिसे हमारी भाषा में विद्युत कहा गया।