यदि करंट स्प्रिंग में प्रवाहित होता है, तो यह संकुचित (Contacted) हो जाता है।
- यदि दो समानांतर संवाहकों (Conductors) में से प्रत्येक संवाहक में समान दिशा में विद्युत धारा प्रवाहित करता है, तो वे एक-दूसरे की ओर आकर्षित (Attract) होंगे।
- यदि दोनों संवाहक विपरीत दिशाओं में विद्युत धारा प्रवाहित करते हैं तो वे एक-दूसरे को प्रतिकर्षित (Repel) करते हैं।
- स्प्रिंग (Spring) के प्रत्येक लूप (loop) में समान दिशा में विद्युत धारा प्रवाहित होती है, ऐसी स्थिति में प्रत्येक लूप (loop) निकटवर्ती लूप की आकर्षित होगा और स्प्रिंग (spring) पर दबाव पड़ेगा तथा स्प्रिंग संपीड़ित (Compressed) होगी।
विद्युत धारा (Electric Current) : प्रति एकांक समय में प्रवाहित आवेश की मात्रा को विद्युत धारा कहते हैं। इसे आमीटर द्वारा मापा जाता है।