दक्कन के पठार (Dakkan Ke Pathar) का क्षय क्रिया के द्वारा अपरदन के कारण इसके भौतिक स्वरूप में अनेकानेक परिवर्तन हुए हैं।
इसकी भू-छवि पहाड़ी एवं उबड़-खाबड़ है। समुद्रतल से इसकी ऊँचाई 500 से 1000 मीटर तक है, किंतु कहीं कहीं इसकी ऊँचाई 5000 मीटर तक भी है।
सामान्य ढाल पश्चिम से से पूरब की ओर है। इसके किनारे और मध्य में अनेक पर्वत श्रेणियाँ (Mountain Ranges) हैं, जिनमें पूर्वी घाट पहाड़ (पूरब किनारे पर) और पश्चिमी घाटी पहाड़ (पश्चिम किनारे पर) प्रमुख हैं।
उत्तरी पश्चिमी किनारे पर अरावली पर्वत श्रेणी और मध्य में विंध्य सतपुड़ा, महादेव, मैकाल तथा अजंता की पहाड़ियाँ हैं।