इसे अवतल लेंस (Concave Lens) के प्रयोग द्वारा समंजित किया जा सकता है, जो प्रकाश को अपसरित (Diverged) करता है, तथा रेटिना (Retina) के पास लाता है।
दोष निवारक ऐसा प्रतीत होता है, कि दूरस्थ बिन्दु की समान्तर किरण रेटिना पर प्रतिबिम्ब बनाये। निवारक लेंस की फोकस दूरी आँख की दूरस्थ बिन्दु की दूरी के बराबर होतो है।
निकट दृष्टि दोष युक्त नेत्र तथा उचित अवतल द्वारा इसका संशोधन करता है।