भाषा विज्ञानी मानव शास्त्रियों ने अलग-अलग सामाजिक परिवेशों में भाषा के उपयोग पर शोध किया है। इसे ही सामाजिक भाषा विज्ञान कहते हैं। सामाजिक भाषा विज्ञान एक ही भाषायी समुदाय की भाषा, अलग-अलग सामाजिक परिवेशों में उपस्थित भाषायी भिन्नता को समझने का प्रयास करते हैं।
इसमें वे उनकी भाषा के ढाँचे को आधार बनाकर उसमें आई विभिन्नताओं पर ध्यान देते हैं। सामान्य तौर पर भाषा वैज्ञानिक मानवशास्त्री इसे (Pragmatics) का अध्ययन भी कहते हैं, एक भाषायी समुदाय में भाषा इस्तेमाल करने के नियमों का अध्ययन।