रात्रि के समय भोजन करने के उपरांत जब दांतो को अच्छी तरह से साफ नहीं किया जाता है तो दांतों के बीच भोजन के बहुत सारे कण फंसे हुए रह जाते हैं और रात्रि में सोते समय मुंह में सूक्ष्म जीवों की सक्रियता काफी बढ़ जाती है जिसके परिणाम स्वरूप दांतों के बीच भोजन के फंसे हुए कण दांतो के ऊपर एक पीले रंग के परत का निर्माण करते हैं जिसे हम दंत प्लाक कहते हैं। दंत प्लाक एवं दांतो के बीच सूक्ष्मजीवों की सक्रियता के कारण टॉक्सिन का निर्माण होता है जो दांतो की ईनामेल के साथ अभिक्रिया कर उसे बदरंग कर खराब कर देता है सुबह दांतो को साफ करते समय हम दांत के साथ-साथ दांतो के क्षतिग्रस्त भाग को भी हटा देते हैं, जिससे दांत धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है, इस प्रक्रिया को ही हम दंत क्षरण कहते हैं।