मगरमच्छ को छोड़ कर सभी सरीसृपों का ह्रदय 3 कक्षीय होता है।
सरीसप वर्ग (Reptilia) की विशेषताएँ —
(i) ये असमतापी होते हैं तथा इनका कंकाल पूर्णतः अस्थिल होता है।
(ii) इनमें श्वसन फेफड़ो के द्वारा होता है।
(iii) मगरमच्छ का ह्रदय चार कक्षीय होता है तथा इसे वर्तमान समय में सबसे बड़ा सरीसृप माना जाता है।
(iv) मीसोजोइक युग को रेप्टाइल युग कहते हैं। डायनोसॉर इसी युग में थे।
(v) उड़ने वाला रेप्टाइल टीरोसॉरो था।
(vi) उड़ने वाली छिपकली को ड्रेको कहते हैं।
(vii) सरीसृप के अंतर्गत छिपकली, साँप, कछुआ, मगरमच्छ, अजगर, घड़ियाल, डायनोसॉर आदि आते हैं।