आदर्श व वास्तविक मुख्य अन्तर दाब (Pressure) है। अतः उपयुक्त विकल्पों में से विकल्प (C) सही उत्तर होगा।
- आदर्श गैस में आकर्षण तथा प्रतिकर्षण बल प्रभावी नहीं होते हैं। अन्तराण्विक बल के कारण, गैस के अणु पात्र की दीवारों पर उतना दाब आरोपित नहीं कर पाते, जितना अन्तराण्विक बलों की अनुपस्थिति में कर सकते हैं। इस प्रकार गैस का प्रेक्षित दाब P, अन्तराण्विक बलों की अनुपस्थिति में लगने वाले दाब से कम होगा। अतः प्रभावी दाब = (P+a/V2) होगा।
- वह गैस जो PV = nRT का पालन करता है आदर्श गैस कहलाता है।
- वह गैस जो इसका पालन नहीं करता है, वास्तविक गैस कहलाता है।
- वास्तविक गैस वाण्डर वाल के नियम का पालन करता है।