क्लोरीन (Chlorine) कमरे के ताप पर एक अभिलाक्षणिक गंधयुक्त हरेपीले रंग की गैस के रूप में होता है।
क्लोरीन संयुक्त अवस्था में खनिज लवणों, समुद्री लवणों तथा साधारण लवणों में पायी जाती है।
क्लोरीन निर्माण की प्रमुख विधियां है— डीकन विधि, वेल्डन विधि, केल्मर साल्वे विधि आदि।
क्लोरीन का उपयोग निम्न है—
(i) ऑक्सीकारक के रूप में
(ii) ब्लीचिंग पाउडर के निर्माण में
(iii) कपड़े व कागज के उद्योग में विरंजक के रूप में
(iv) कीटाणुनाशक के रूप में
(v) जल को कीटाणुरहित करने के लिए