बहुत सी कारों के इंजन की अपशिष्ट गैसों को उत्प्रेरकी परिवर्त्तक कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन तथा पानी में परिवर्तित कर देते हैं ये ऊत्प्रेरक प्लेटिनम तथा रेडियम का बना होता है
Note :
- कार इंजनों से निकलने वाली अपशिष्ट गैसों में मुख्य रूप से नाइट्रोजन के ऑक्साइड तथा कार्बन मोनोऑक्साइड होता है।
- उत्प्रेरकी परिवर्तक के द्वारा (Pt) तथा रोडियम (Rh) उत्प्रेरकों की मदद से नाइट्रोजन के ऑक्साइडों का नाइट्रोजन गैस (N2 ) में अपचयन किया जाता है। साथ हीं इसके द्वारा कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) को CO2 में ऑक्सीकृत किया जाता है और बिना जले हुए हाइड्रोकार्बनों का CO2 एवं H20 में ऑक्सीकरण संभव किया जाता है।
- अपशिष्ट गैसों के वाहनों से बाहर अप्रदूषक के रूप में बाहर निकालने के लिए प्रयुक्त यंत्र कैटेलाइटिक कन्वर्टर कहलाता है।
- कैटेलाइटिक कन्वर्टर का निर्माण सर्वप्रथम इयुगेन हॉड्री ने की थी।
- BS-VI मानक के तहत इसे इंजन में लगाना 1 अप्रैल 2020 से अनिवार्य है।