अनुपात 2 : 1 से कम अनुपात दर्शाता है कि Cu, O में कुछ (Cu+) क्युप्रस आयन के स्थान पर (Cu+2), क्युप्रिक आयन है।
विद्युत् उदासीनता को रखने के लिये प्रत्येक दो (Cu+) आयन के स्थान पर एक (Cu+2) आयन रखा जाता है । इस व्यवस्था से एक रिक्ति उत्पन्न होती है।
इस रिक्ति के कारण चालकता उत्पन्न होती है यह p - प्रकार का अर्धचालक है।