चयनात्मक बिखराव (Selective Scattering) गैसों, धूल के कण, द्रवग्राही नाभिक एवं कोलाइडी माध्यम सभी के द्वारा होता है।
Note :
- प्रकीर्णन एक सामान्य भौतिक प्रक्रिया है जिसमें प्रकाश की किरणें माध्यम में उपस्थित कारकों के कारण अपने सरल रेखीय पथ से विचलित हो जाते हैं।
- प्रकीर्णन के कारण ही कोलॉइड का पथ दिखाई से प्रकाश के गुजरने पर उसका पथ दिखता है जिसे टिण्डल प्रभाव कहते हैं।
- समुद्र का रंग नीला, आकाश का रंग नीला तथा सूर्योदय-सूर्यास्त के समय सूर्य का लाल दिखना प्रकीर्णन के उदाहरण हैं।
- जिस रंग का तरंगदैर्ध्य जितना कम उसका प्रकीर्णन उतना हीं अधिक होता है।
- गैस – वायु का समांगी मिश्रण है।
- वायु में धूल के कण ऐरोसॉल कोलाइड का निर्माण करता है।
- जब एक पदार्थ को दूसरे में छितर-बितर कर दिया जाता है तो इसे कोलॉइड कहते हैं।
- दूध - पायस, रक्तसोल एवं पनीर - जेल कोलॉइड के उदाहरण हैं।