सक्षमता उपागम का विकास 1980 के दशक में कल्याणकारी अर्थशास्त्र के वैकल्पिक दृष्टिकोण के रूप में हुआ। सक्षमता उपागम का मुख्य ध्येय व्यक्ति के स्वतंत्रता, कल्याण की बहुआयामी प्रकृति का विकास करना एवं व्यक्तिगत विषमता को दूर करना होता है। प्रो. अमर्त्य सेन इस दृष्टिकोण के प्रमुख अर्थशास्त्री हैं, जिन्हें कल्याणकारी अर्थशास्त्री (सक्षमता उपागम) हेतु वर्ष 1998 में अर्थशास्त्र का नोबल पुरस्कार प्रदान किया गया।
अतः उपरोक्त सभी विकल्पों (b) में से विकल्प सही होगा ।