1857 के विद्रोह के दमन के बाद ब्रिटिश सरकार ने भारतीय फौज के नव गठन के लिए पील आयोग (Peel Commission) का गठन किया ।
जिसने सेना के रेजीमेंटों को जाति, समुदाय और धर्म के आधार पर विभाजित किया। यूरोपीय सैनिकों की संख्या जो 1857 से पूर्व 45,000 थी, अब 65,000 कर दी गई तथा भारतीय सैनिकों की संख्या 2,38,000 से घटाकर 1,40,000 कर दी गई।
बंगाल में यूरोपीय सैनिकों का भारतीय सैनिकों से 1 : 2 का अनुपात रखा गया, जबकि मद्रास तथा बंबई में यह अनुपात 1 : 3 का रखा गया।