संवेग का संरक्षण होता है। अतः इन विकल्पों में से विकल्प (B) सही उत्तर होगा।
संवेग-संरक्षण का नियम – न्यूटन के द्वितीय नियम के साथ न्यूटन के तृतीय नियम के संयोजन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण परिणाम है संवेग संरक्षण का नियम । इस नियम के अनुसार एक या एक से अधिक वस्तुओं के निकाय पर कोई बाहरी बल नहीं लग रहा हो, तो उस निकाय का कुल संवेग नियत रहता है, अर्थात संरक्षित रहता है ।
रॉकेट प्रणोदन – किसी रॉकेट की उड़ान उन शानदार उदाहरणों में से एक है जिनमें न्यूटन का तीसरा नियम या संवेग-संरक्षण नियम स्वयं को अभिव्यक्त करता है। इसमें ईंधन के दहन से पैदा हुई गैसें बाहर निकलती है और इसकी प्रतिक्रिया रॉकेट को धकेलती है । यह एक ऐसा उदाहरण है, जिसमें वस्तु का द्रव्यमान परिवर्तित होता रहता है क्योंकि रॉकेट में से गैस निकलती रहती है । रॉकेट के लिहाज से रॉकेट से निकलने वाली गैसें लगभग स्थायी वेग से गति करती है यदि दहन के दौरान गैस के निकलने की दर स्थायी हो तो संवेग परिवर्तन की दर भी स्थायी होगी । मगर चूँकी निकलने वाली गैसों के द्रव्यमान के कारण रॉकेट का द्रव्यमान कम होता है इसलिए त्वरण स्थायी नहीं रहता । रॉकेट का वेग तथा त्वरण दोनों में ही वृद्धि होगी ।
ऊर्जा संरक्षण का नियम– ऊर्जा का न तो निर्माण होता है न विनाश अर्थात विश्व की कुल ऊर्जा नियत रहती है । ऊर्जा का केवल एक रूप से दूसरे रूप में रूपान्तरण होता है । जब भी ऊर्जा किसी में रूप में लुप्त होती है ठीक उतनी ही उर्जा अन्य रूपों में प्रकट हो जाती है यह ऊर्जा संरक्षण का नियम कहलाता है ।