निर्वात में प्रकाश की चाल लगभग बराबर है - 3x108 m/s प्रकाश निर्वात में भी गमन कर सकता है। अतः इन विकल्पों में से विकल्प (D) सही उत्तर होगा।
- प्रकाश को गमन करने के लिए किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है।
- प्रकाश ऊर्जा के छोटे-छोटे बण्डलों के रूप में चलता है, जिन्हें फोटॉन कहते हैं।
- प्रकाश के वेग की गणना पहले रोमर ने की थी। चन्द्रमा से परावर्तित प्रकाश को पृथ्वी तक आने में 1.28 सेकेण्ड का समय लगता है।
- प्रकाश का वेग काँच में 2 x 108 m/s है।