लैम्प की बत्ती में तेल ऊपर केशिकीय क्रिया (Capillary Action) की परिघटना के चलते चढ़ता है ।
Note :-
केशनली में द्रव की ऊँचाई, केशनली की त्रिज्या का व्युत्क्रमानुपाती होता है।
केशनली में द्रव की ऊँचाई (h) = 1/r ( त्रिज्या) यह जूरीन्स का नियम है।
वर्षा के बाद किसान खेतों की जुताई कर देते हैं ताकि मिट्टी में बनी केशनलियाँ टूट जाएँ और पानी ऊपर न आ सके व मिट्टी में नमी बनी रहे ।
ब्लाटिंग पेपर भी स्याही को शीघ्र सोख लेता है। (केशिकत्व के कारण)
वर्षा का बूँद गोल पृष्ठीय तनाव के कारण होता है ।