भ्रंश घाटी से प्रवाहित होने वाली दो मुख्य नदियां नर्मदा और ताप्ती है भ्रंश घाटी का विकास तब होता है जब दो भ्रंश रेखाओं के बीच की चट्टानी स्तंभ नीचे की ओर धँस जाती है। जब तनावजनित बल के कारण दो भू-खंडों का विपरीत दिशा में खिसकाव होता है, तब इसका निर्माण होता है। भ्रंश घाटियाँ लंबी, संकरी व गहरी होती हैं। इन्हें जर्मन भाषा में 'ग्राबेन (Graben)' कहा जाता है।