सरकार भारतीय खाद्य निगम के माध्यम से किसानों को न्यूनतम समर्थित कीमत देकर अधिप्राप्त अनाज गेहूँ और चावल को खरीद कर अपने भंडार में रखवाती है, इसे ही बफर स्टॉक कहते हैं।
सरकार को बफर स्टॉक की आवश्यकता इसलिए पड़ती हैं कि कभी भी आपदा; जैसे – बाढ़, सुखाड़, सुनामी आदि के समय इनका उपयोग किया जा सके, साथ-ही-साथ सरकारी राशन दुकानों में इनसे आपूर्ति की जा सके।