प्रतिरोध (Resistance) : जब परिपथ में विद्युत धारा (Electric Current) बहती है, तो चालक के अंदर उपस्थित इलेक्ट्रॉनों (Electron) पर टक्कर के फलस्वरुप उष्मा उर्जा (Heat Energy) उत्पन्न होती है, और धारा के बहने में रुकावट उत्पन्न होती है।
अतः प्रतिरोध (Pratirodh) एक ऐसा गुण धर्म है, जो किसी चालक (Conductor) में इलेक्ट्रॉनों की परवाह का विरोध करता है।
यह विद्युत धारा के परिमाण को नियंत्रित करता है। प्रतिरोध का एस.आई मात्रक (S.I Unit) ओम (Ohm - Ω) होता है।