स्थिर आलम्ब से लटके एक लंबे धागे से बंधा एक छोटा पदार्थ इधर-उधर झूल (दोलन) रहा हो, तो पदार्थ की – Or, Sthir Aalamb Se Latke Ek Dhaage Se Bandha Ek Chhota Padarth Idhar Udhar Jhool (Dolan) Raha Ho To Padarth Ki –
(A) स्थितिज उर्जा दोलन के मध्य में अधिकतम होगी
(B) गतिज ऊर्जा दोलन के बीच अधिकतम होगी
(C) स्थितिज ऊर्जा हमेशा गतिज ऊर्जा के बराबर होगी
(D) स्थिति व गतिज ऊर्जा का कुल योग दोलन के मध्य में अधिकतम होगी