चन्द्रा एक्स-रे वेधशाला (Chandra X-ray Observatory) नासा (NASA, United States of America) की चार वेधशालाओं में से एक है। होता है।
इसका निर्माण 23 जूलाई 1999 को किया गया था। इसका नाम भारतीय अमेरिकी भौतिक विज्ञानी सुब्रमण्यम चन्द्रशेखर के सम्मान में रखा गया, जो सफेद बौने तारों के लिए अधिकतम द्रव्यमान का निर्धारण करने के लिए जाने जाते हैं।
सफल प्रक्षेपण से पहले चन्द्रा वेधशाला को AXAF-एडवांस एक्स-रे-एस्टोफिजिक्स फैसिलिटी के रूप में जाना जाता था।
Note : चन्द्रशेखर सीमा द्वारा तारा के मृत्यु का पता लगाया जाता है । यदि तारे का द्रव्यमान चन्द्रशेखर सीमा से अधिक होता है तो ऐसे तारे की मृत्यु सुपरनोवा विस्फोट के साथ ब्लैक होल (Black Hole) बनाकर होता है।
चन्द्रशेखर सीमा (C) = 1.4 × सूर्य का द्रव्यमान