भारत में पुर्तगाली साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक ‘अलफांसो द अल्बुकर्क (Alfonso The Albuquerque)' को माना जाता है। 1503 ई० में स्क्वैडून कमाण्डर के रूप में अल्बुकर्क भारत आया तथा 1509 ई० में इसे भारत में वायसराय नियुक्त कर दिया गया।
अल्बुकर्क ने 1510 ई० में बीजापुर के शासक युसूफ आदिल शाह से गोवा को छीन लिया जो कालान्तर में भारत में पुर्तगीज व्यापारिक केन्द्रों की राजधानी बनाई गई।
अल्बुकर्क ने 1511 ई० में द० पू० एशिया की व्यापारिक मण्डी मलक्का और हारमुज पर अधिकार कर लिया। इसके समय में पुर्तगाली साम्राज्य भारत में शक्तिशाली नौसैनिक शक्ति के रूप में स्थापित हुए।
अलफांसो द अल्बुकर्क (Alfonso the Albuquerque) ने भारत में पुर्तगालियों की संख्या में वृद्धि करने एवं उनकी स्थायी बस्तियाँ बसाने के उद्देश्य से निम्नवर्गीय पुर्तगालियों को भारतीय महिलाओं के साथ विवाह करने के लिए प्रोत्साहित किया।
अल्बुकर्क ने अपनी सेना में भारतीयों की भी भर्ती की थी।