भारत में प्रथम पुर्तगाली वायसराय के रूप में फ्रांसिस्को- डी- अल्मीडा (1505-1509) का आगमन हुआ।
वह 1505 ई. में भारत पहुंचा। 1509 ई. में अल्मीडा ने टर्की, गुजरात तथा मिस्र की संयुक्त सेना को पराजित कर दीव पर अधिकार कर लिया।
दीव पर कब्जा के बाद पुर्तगाली हिंद महासागर में सबसे अधिक शक्तिशाली हो गए।
उसने अंजदीव में किला बनवाया और पुर्तगालियों के हित में कोचीन की राजगद्दी के उत्तराधिकार की समस्या का समाधान किया।