शिक्षा संस्कारों में अक्षरारंभ, उपनयन, वेद आरंभ, मुंडन संस्कार और समावर्तन संस्कार आदि आते हैं।
अक्षर आरंभ में बच्चा अक्षर लेखन और अंक लेखन प्रारंभ करता है। उपनयन संस्कार में गुरु के द्वारा शिष्य को अपने घर में लाना होता है। वहां शिष्य शिक्षा नियमों (Law Education) का पालन करते हुए अध्ययन करते हैं।
केशांत (मुंडन) संस्कार में गुरु के घर में प्रथम क्षौरकर्म, अर्थात मुंडन होता है तथा समावर्तन संस्कार का उद्देश्य का गुरु के घर से अलग होकर गृहस्थ जीवन में प्रवेश करना होता है।