कुषाण शासक कनिष्क (Kanishka) के शासनकाल में चतुर्थ बौद्ध संगीति (Fourth Buddhist Council) का आयोजन कश्मीर में हुआ था। इसका आयोजन प्रथम शताब्दी ई० सन् में कश्मीर के कुण्डलवन में हुआ था। इस सभा के अध्यक्ष वसुमित्र थे एवं उपाध्यक्ष अश्वघोष थे। इस बौद्ध संगीति में महाविभाषशास्त्र नामक पुस्तक का संकलन किया गया था।
इस बौद्ध संगीति में बौद्ध धर्म दो सम्प्रदायों — 1. हीनयान एवं 2. महायान में विभक्त हो गया।
सभा/संगति |
समय |
आयोजन स्थल |
अध्यक्ष |
शासन काल |
प्रथम बौद्ध संगति |
483 ईसा पूर्व |
राजगृह |
महा कश्यप |
अजातशत्रु |
द्वितीय बौद्ध संगति |
383 ईसा पूर्व |
वैशाली |
सबाकामी |
कालाशोक |
तृतीय बौद्ध संगति |
255 ईसा पूर्व |
पाटलिपुत्र |
मोगलीपुतिस्स |
अशोक |
चतुर्थ बौद्ध संगति |
72 ईसवी |
कुंडल वन |
वसुमित्र |
कनिष्क |