द्रवों की श्यानता (Viscosity) ताप के बढ़ने पर घट (Decrease) जाती है।
श्यानता (Viscosity) : द्रव का वह गुण जिसके कारण द्रव अपनी भिन्न-भिन्न परतों में होने वाली सापेक्ष गति का विरोध करती है 'श्यानता' (Viscosity) कहलाता है।
आसमान में बादलों के रुके रहने एवं धीमी गति का कारण भी श्यानता ही है।
तरल घर्षण (Liquid Friction) : द्रवों की श्यानता तापमान के व्युत्क्रमानुपाती होती है इसे तरल घर्षण या आंतरिक घर्षण भी कहते हैं।
श्यान बल (Viscous Force) : द्रव के सम्पर्क सतहों के मध्य लगनेवाला बल श्यान बल कहलाता है।
- द्रव की श्यानता, गैसों की श्यानता की तुलना में अधिक होती है।
- दाब बढ़ने पर द्रव की श्यानता बढ़ती है।
- गैस की श्यानता दाब पर निर्भर नहीं करती है।
- गाढ़े द्रव की श्यानता पतले द्रव से अधिक होती है।
- द्रव में श्यानता उसके अणुओं के बीच के ससंजक बल के कारण तथा गैसों में श्यानता विसरण के कारण होती है।